चंद्रशेखर आजाद के बारे में 10 लाइन | 10 Lines on Chandrashekhar Azad in Hindi

चंद्रशेखर आजाद भारत के एक महान क्रांतिकारी व स्वतंत्रता सेनानी थे। वह काकोरी ट्रेन लूट में भी शामिल थे। उन्होंने एक प्रतिज्ञा ली थी कि वह कभी भी जीते जी अंग्रेजों की पकड़ में नहीं आएंगे। इस वजह से व अपने योगदान के कारण वह आज भी इतिहास में आजाद के नाम से जिंदा है। हम सब विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम में चंद्रशेखर आजाद के बारे में निबंध अवश्य आता है। इस लेख में हम ने आप के साथ चंद्रशेखर आजाद के बारे में 10 लाइन वाला निबंध (10 Lines on Chandrashekhar Azad in Hindi) साझा किया है। इस 10 पक्तियोंं के निबंध के द्वारा आप चंद्र शेखर आजाद के बारे में बहुत कुछ जानने लग जाओगे। इस लेख के द्वारा आपको चंद्रशेखर आजाद के बारे में निबंध लिखने में बहुत आसानी हो जाएगी।

चंद्रशेखर आजाद के बारे में 10 लाइन | 10 Lines on Chandrashekhar Azad in Hindi

Set 1 (चंद्रशेखर आजाद के बारे में 10 लाइन)

  1. चंद्रशेखर आजाद भारत के एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे।
  2. हर भारतीय आजाद के नाम से भी जानता है।
  3. उनका जन्म 23 जुलाई 1906 को मध्य प्रदेश में हुआ था।
  4. उनके पिताजी का नाम पंडित सीताराम तिवारी था।
  5. उनकी माताजी का नाम जगरानी देवी था।
  6. वह बहुत बहादुर तथा निडर क्रांतिकारी थे।
  7. वह काकोरी ट्रेन लूट में शामिल थे।
  8. वह पुलिस अधिकारी जे.पी. सांडर्स की हत्या में भी शामिल थे।
  9. उन्होंने 27 फरवरी 1931 को स्वयं को गोली मार ली थी।
  10. चंद्रशेखर आजाद अपने योगदान के कारण सदा हमारे दिलों में अमल रहेंगे।

Set 2 (10 Lines on Chandrashekhar Azad in Hindi)

  1. चंद्रशेखर आजाद भारत देश के एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे।
  2. उनका जन्म 23 जुलाई 1906 को मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के भाबरा नामक स्थान पर हुआ था।
  3. उनके पिता का नाम पंडित सीताराम तिवारी और माता का नाम जगरानी देवी था।
  4. उन्होंने वाराणसी (काशी) से संस्कृत पाठशाला में प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की।
  5. वे सिर्फ 15 साल की उम्र में ही महात्मा गांधी जी के साथ असहयोग आंदोलन से जुड़ गए।
  6. उन्होंने भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन की स्थापना की थी।
  7. उनका मुख्य उद्देश्य भारत देश को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराना व स्वतंत्र राष्ट्र बनाना था।
  8. 27 फरवरी 1931 को इलाहाबाद (प्रयागराज) के अल्फ्रेड पार्क में ब्रिटिश सेना ने उन्हें घेर लिया।
  9. ब्रिटिश सेना का बहादुरी से सामना करते हुए मात्र 24 वर्ष की आयु में उन्होंने आखिरी गोली स्वयं को मार ली।
  10. चंद्रशेखर अपने बलिदान के लिए आज भी युवाओं के दिलों में और इतिहास के पन्नों में जिंदा है।

Set 3  (चंद्रशेखर आजाद के बारे में 10 लाइन हिन्दी में )

  1. चंद्रशेखर आजाद एक महान क्रांतिकारी थे।
  2. उन्हें लोग आजाद के नाम से भी बुलाते थे।
  3. चंद्रशेखर आजाद ने भारत की आजादी के लिए हंसते-हंसते अपने प्राणों की आहुति दे दी।
  4. क्रांतिकारी गतिविधियों में भाग लेने के कारण चंद्रशेखर आजाद को 15 वर्ष की आयु में पहली बार जेल की सजा हुई।
  5. स्वतंत्रता आंदोलन में चंद्रशेखर आजाद ने भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के साथ मिलकर अनेक क्रांतिकारी कार्य किए।
  6. ब्रिटिश पुलिस उन्हें जिंदा या मुर्दा किसी भी हालत में पकड़ना चाहती थी।
  7. इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में 27 फरवरी 1931 में चंद्रशेखर आजाद अपने सहयोगी से मिलने गए तब पुलिस ने उन्हें चारो और से घेर लिया व गोलियां बरसाने लगे।
  8. चंद्रशेखर आजाद ने ब्रिटिश सेना का सामना करते हुए तीन पुलिस कर्मियों को गोली मार दी।
  9. जब निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा तो चंद्रशेखर आजाद ने स्वयं को गोली मार ली और हस्ते हुए मौत को गले लगा लिया।
  10. चंद्रशेखर आजाद का यह बलीदान हमेशा ही देशवासियों के द्वारा याद रखा जाएगा।

Set 4 (चंद्रशेखर आजाद के बारे में 10 वाक्य)

  1. चंद्रशेखर आजाद एक महान क्रांतिकारी नेता व स्वतंत्रता सेनानी थे।
  2. इनका जन्म 23 जुलाई 1906 को मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के भाबरा नामक स्थान पर हुआ था।
  3. इनके पिताजी का नाम पंडित सीताराम तिवारी तथा माताजी का नाम जगरानी देवी था।
  4. अपनी मां की इच्छा पूरी करने के लिए उन्होंने काशी विद्यापीठ बनारस से शिक्षा प्राप्त की।
  5. उन्होंने 15 वर्ष की आयु में गांधी जी के साथ असहयोग आंदोलन में हिस्सा लिया।
  6. वह 1925 में अन्य लोगों के साथ काकोरी ट्रेन डकैती में शामिल रहे थे।
  7. वह समाजवाद में विश्वास रखते थे एवं वह किसी भी माध्यम को अपनाकर भारत को स्वतंत्रता प्राप्त कराना चाहते थे।
  8. आजाद ने कसम खाई थी कि उन्हें कभी भी ब्रिटिश सरकार द्वारा गिरफ्तार नहीं किया जाएगा।
  9. 27 फरवरी 1931 को इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में ब्रिटिश सेना ने उन्हें घेर लिया। ब्रिटिश सेना का बहादुर से सामना करते हुए उन्होंने आखिरी गोली स्वयं को मार ली।
  10. चंद्रशेखर आजाद को अपने बलिदान के लिए युगों युगों तक याद किया जाएगा।

Last Word:-

मुझे आशा है कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया चंद्रशेखर आजाद पर 10 पंक्तियां वाला निबंध पसंद आया होगा। अगर आपको यह चंद्रशेखर आजाद पर निबंध पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें। इस निबंध को पढ़कर आपके दोस्त भी भारत के महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के बारे में बहुत सारी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। आप में भी यह लेख पढ़ा है तो हमे कॉमेंट में बताए की आप को आजाद के बारे में सब से अच्छी लाइन कौन सी लगी।

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